युद्धविराम के पीछे का सच🌹

!!🌹युद्धविराम के पीछे का सच🌹!!

युद्ध विराम की चर्चा से पहले यह जान लेवें कि भारत और भारत की जनता को कैसे बचाना है यह मोदी जी जैसे हर *देशभक्त* का प्रथम लक्ष्य हैं स्वयं का घर जलाकर होली मनाना मूर्खता है कुछ अज्ञानी लोग कल शाम से प्रधानमंत्री मोदी को गालियां दे रहे हैं कोस रहे हैं युद्ध विराम के निर्णय को गलत बता रहे हैं मोदी को गरियाने वाले अज्ञानियों से निवेदन है कि पिछले 4 दिनों में क्या कुछ घटा है और मोदी जी ने क्या कुछ किया है,इसका अध्ययन आप एक बार जरूर कीजिए युद्ध करना जरूरी है लेकिन समझ के साथ युद्ध करना सबसे ज्यादा जरूरी है!
              आप सिर्फ समाचार पत्रों या वेबसाइट की पिछले 3 दिनों को खबरें पढ़ें विशेष रूप से 9 मई और 10 मई की अलसुबह की खबरें आप पढ़ेंगे तो पाएंगे कि पाकिस्तान में लगातार 2 दिन भूकंप आने की खबर है दोनों दिन रिक्टर पैमाने पर 4.0 के भूकंप का समाचार है लगातार 2 दिन इस तरह एक ही पैमाने का भूकम्प बहुत कुछ संकेत देता है मेरे आकलन के अनुसार यह भूकंप नहीं बल्कि पाकिस्तान का वह गुप्त परमाणु परीक्षण था जिसे वह हताशा में अपनी आसन्न हार के मद्देनजर भारत पर आजमाने की पूरी प्लानिंग कर चुका था केवल 2 दिनों में पाकिस्तान पूरी तरह पस्त हो चुका था उसका एक भी हमला *भारत की जमीन* को छू भी नहीं सका था इसलिए उसके धर्मांध हुक्मरानों पिटी हुई आर्मी ने चीन और तुर्की की शह पर परमाणु हमले का निर्णय ले लिया था पाकिस्तान जानता था कि वह पूरी तरह बर्बादी के कगार पर है इसलिए भारत को भी बर्बाद कर मिट जाना पाकिस्तान को अच्छा लगा! 
                आपकी जानकारी के लिए भारत ने पाकिस्तान की न्यूक्लियर रिसर्च लैबोरेट्री के ठीक पड़ोस वाली बिल्डिंग को निशाना बनाकर यह संकेत दिया था कि वह कभी भी इस लैबोरेट्री को नष्ट कर सकता है पाकिस्तान द्वारा परमाणु हथियार उपयोग में लेने की मंशा ने अमेरिका को भी अलर्ट मोड पर डाल दिया अब आएं मिसाइल के उपयोग पर 9 मई की देर रात्रि में हरियाणा के सिरसा के ऊपर भारतीय सेना ने जिस मिसाइल को इंटरसेप्ट किया वह फतेह 2 मिसाइल पाकिस्तान द्वारा विशुद्ध रूप से राजधानी दिल्ली और एनसीआर को लक्ष्य करके सिर्फ इसीलिए दागी गई थी ताकि पता लग सके की परमाणु बम को ले जाने वाली यह मिसाइल कितनी दूर तक जा सकती है!पाकिस्तान और भारत के दुश्मनों ने यह तय कर लिया कि इस बार दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र को परमाणु हमले की जद में लाया जाए उसके बाद में भले ही हम स्वयं नक्शे से मिट जाए लेकिन भारत में लाखों आदमियों का कत्ल परमाणु हमले से हो चीन भी इस युद्ध में पूरी तरह उतर जाने की प्लानिंग पर था इधर मोदी सरकार और भारतीय सेना ने पहले दिन से यह तय कर लिया था कि पहलगाम हमले के बदले आतंकी कैंपों को निशाना बनाना है और उसमें वह सफल भी हुए यथेष्ट लक्ष्य हासिल भी कर लिया गया बहावलपुर से लेकर पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर तक सभी आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया गया और सैकड़ो आतंकी ठिकाने भी लगा दिए गए अक्ल से अंधे होकर सिर्फ परमाणु युद्ध के लिए उतर जाना पूरे विश्व को खतरे में डाल देना भी किसी भी तरह से उचित नहीं था अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस जो पाकिस्तान के विरोधी भी हैं और जिन्होंने 2 दिन पूर्व ही भारत-पाकिस्तान कनफ्लिक्ट से अलग रहने के अमेरिका के स्टैंड का ऐलान किया था, उन्होंने मजबूत इनपुट के आधार पर ही मोदी से बात कर सीजफायर करने की बात मोदी को कही मोदी भी इस विश्व व्यापी खतरे को समझ रहे थे भारत के अंदर और भारत के बाहर के भारत विरोधी तत्वों दुश्मनों की उस मंशा को भी समझ रहे थे जो विकसित होते भारत को बर्बाद होते देखना चाहते थे और लाखों नागरिकों परमाणु हमले के माध्यम से मारे जाने का सपना देख रहे थे!
               इसलिए केवल अपने अहम की संतुष्टि या अपनी इमेज की परवाह किए बगैर भारत के लिए क्या उचित है,इस देश की जनता की हिफाजत के लिए क्या उचित है इसका निर्णय नरेंद्र मोदी ने लिया और सीजफायर का हा ऐलान किया!
आप इसे एक कपोल कल्पना वाली पोस्ट मान सकते हैं लेकिन मेरा इतना कहना है कि आप पिछले 4 दिनों के घटनाक्रम का सिलसिलेवार अध्ययन स्वयं करें हम न्यूक्लियर वॉर यानी परमाणु युद्ध के मुहाने पर खड़े है,यह बात आप खुद जान पाएंगे हमारे महान भारत देश को बचाने के संकल्प के साथ ही दुश्मनों को भी खत्म करना है आगे भी समय आएगा कई मौके मिलेंगे उस समय तरीके से दुश्मन को नष्ट भी किया जाएगा लेकिन आज अंधे होकर निर्णय नहीं लिया जा सकता!
मै तो कहता हूँ मेरी इस पोस्ट पर नहीं पर मोदी जी पर भरोसा रखें भारत को भी बचाया जाएगा दुश्मनों का खात्मा भी किया जाएगा बस इतना जरूर ध्यान रखें कि पाकिस्तान की ओर से न्यूक्लियर वॉर की पूरी रचना की जा चुकी थी उसके परमाणु बम वाली मिसाइल के निशाने पर भारत की राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी कि एनसीआर था स्वयं आकलन करें कि कितना सही हुआ,कितना गलत हुआ!! 

सुशील कुमार सरावगी जिंदल
(राष्ट्रीय अध्यक्ष) डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी
राष्ट्रीय विचार मंच दिल्लीमोबाइल फोन 9414402558*

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Wordpress Social Share Plugin powered by Ultimatelysocial
YouTube